वरना कंफ्यूजन है ज़्यादा
वरना कंफ्यूजन है ज़्यादा (Romanized)
हिंदीग़ज़ल
Ghazals, nazms, and poems in Hindi and Urdu. Exploring emotions, philosophy, and the human experience through verse.
वरना कंफ्यूजन है ज़्यादा (Romanized)
तू है तो फिर इंसानों का अंश बचा लेना यारब! (Romanized)
नज़र अपनी-अपनी बदल कर के देखे (Romanized)
फ़र्क़ पड़ता नहीं है पत्थर को (Romanized)
दुनियादारी से आगे (Romanized)
मैं भी चुप, वो भी चुप। (Romanized)
वो आँखें बंदकर रोटी को देखे भूख के मारे (Romanized)
सब झूठे। (Romanized)
जीवन भर वनवास रहा (Romanized)